Saturday, February 19, 2011

आरती श्री गिरिराज धरन की

हे गिरधर तेरी आरती गाऊँ , मेरे बांके बिहारी तेरे आरती गाऊँ
आरती गाऊ प्यारे तुज्को रिन्झाऊ मेरे श्याम सुन्दर तेरे आरती गाऊँ
मोर मुकुट तेरे शीश पे सोहे प्यारे बंसी मेरो मन मोहे देख छवि बलि हरी जाऊं
मै देख छवि बलि हारी जाऊं ,
चरणों से निकसी तेरे गंगा प्यारी जिसने सारी दुनिया तारी
उन चरणों पे जीवन वारु -२
नन्द-नंदन तेरी आरती गाऊँ
नाथ अनाथ के नाथ आप सुख दुःख जीवन संग साथ हो
तेरे चरणों मै जीवन वारू
मै तेरे चरणों मै जीवन वारू....
संग मै राधा प्यरी सुहावे
ललिता और सखियन की संगी
युगल छवि पर बलि बलि जाऊं
बांके बिहारी तेरी आरती गाऊँ ,
कुंजबिहारी तेरी आरती गाऊँ ,
श्यामसुंदर तेरी आरती गाऊँ ,
रासबिहारी तेरी आरती गाऊँ ,
यशोदा के लाला तेरी आरती गाऊँ .





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